जापानी स्टार्टअप पावरएक्स एक अभिनव बैटरी जहाज विकसित कर रहा है जो कार्बन-तटस्थ ऊर्जा में संक्रमण के दौरान ऊर्जा उद्योग में क्रांति ला सकता है। परियोजना का मुख्य लक्ष्य अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमताओं में अंतर को संतुलित करने के लिए दुनिया के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में बिजली पहुंचाना है।
अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र की समस्या दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में सौर, पवन और जल स्रोतों से बिजली पैदा करने की क्षमता का असमान वितरण है। जापानी इंजीनियर इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि "बैटरी टैंकर" का निर्माण इस समस्या को आंशिक रूप से हल कर सकता है।
2025 तक, स्टार्टअप पावरएक्स अपनी तरह का पहला पोत लॉन्च करने की योजना बना रहा है। यह 96 मेगावाट की कुल क्षमता के साथ 241 बिजली भंडारण प्रणालियों से लैस होगा और 300 किमी तक की दूरी तक बिजली परिवहन करने में सक्षम होगा। पोत का आयाम 140 मीटर लंबा, 20 मीटर चौड़ा और 6 मीटर ड्राफ्ट होगा।
इस तरह के एक अभिनव समाधान अंतर-क्षेत्रीय बिजली व्यापार के लिए नए दृष्टिकोण खोलते हैं और व्यक्तिगत ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम करते हैं। यह एक सतत और पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा प्रणाली के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। जापान, जो अपने कार्बन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, ऐसी परियोजना के लिए एक आदर्श स्थान है।
पावरएक्स के पहले बैटरी चालित जहाज का आगामी लॉन्च ऊर्जा और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में बहुत रुचि पैदा कर रहा है। इस परियोजना की सफलता अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा अवसंरचना के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम बन सकती है और पर्यावरण की दृष्टि से स्थायी भविष्य के लिए नए अवसर पैदा कर सकती है।
यह भी पढ़ें: