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एक पागल की डायरी
"प्रिय डायरी, मैं तुमसे शिकायत करना चाहता हूँ। मुझे एहसास होने लगा कि मैं अप्रत्याशित रूप से दिलचस्प समय में जी रहा हूँ। यहां तक कि एक क्षण में यहां और अभी प्रासंगिक हर चीज... तकनीकी अतिखामियों के बीच केवल एक सुखद स्मृति बनकर रह जाएगी।" लेखक का स्तंभ यूरी स्वित्लिका "एक क्रोधी पुराने गीक की डायरी" - विश्लेषण, व्यंग्य, प्रौद्योगिकियों का विश्लेषण, आईटी और गैजेट्स की दुनिया से व्यक्तित्व!